किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए वहां की मौद्रिक नीति बेहद महत्वपूर्ण होती है। हमारे यहां आरबीआई केंद्रीय बैंक है जो हर दो महीने पर मौद्रिक नीति की समीक्षा करता है। मौद्रिक नीति का मकसद महंगाई पर नियंत्रण रखना है। इसके साथ ही बाजार में कितना नकदी हो जिससे आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार मिले इसके लिए भी मौद्रिक नीति में उपाय किए जाते हैं। अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए ऋण का वितरण सही दिशा में हो अलग-अलग सेक्टर के पास उचित मात्रा में निवेश के लिए कर्ज की राशि उपल्बध हो सके। मौद्रिक नीति के तहत इन सब बातों का भी ख्याल रखा जाता है।चालू वित्तीय वर्ष के आखिरी मौद्रिक नीति समीक्षा में काफी दिनों बाद नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट में कटौती की गई है। इससे लोगों को सस्ता कर्ज मिलने की उम्मीद बढ़ी है। तो इएमआई में भी राहत मिल सकती है। इस बार अगस्त 2017 के बाद पहली बार आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती की है। आरबीआई ने किसानों को बैंक से बिना गारंटी लोन की लिमिट बढ़ा कर सौगात दी है तो बल्क डिपॉजिट की लिमिट भी बढ़ा कर दी गई है। जानिए आरबीआई की मॉनिटी पॉलिसी की बड़ी बातें। आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बेसिक प्वाइंट की कटौती की है, इसलिए आने वाले समय में आपका लोन सस्ता हो सकता है। बैंक होम लोन आदि की मासिक किस्त घटा सकते हैं
Anchor – Abhilasha Pathak
Production – Akash Popli
Graphics - Nirdesh, Girish, Mayank
Video Editor - Ravi Shukla, Vaseem
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